षोडश महाजनपद से मगध के उत्कर्ष तक
षोडश महाजनपद से मगध के उत्कर्ष तक || From Shodash Mahajanapada to the rise of Magadha
1. बिम्बिसार के समय में मगध की राजधानी कौन-सी थी?
(A) राजगृह
(B) नालंद
(C) तक्षशिला
(D) पाटलिपुत्र
R.R.B. इलाहाबाद (A.C./C.C./T.C.) परीक्षा, 2006
उत्तर-(A)
व्याख्या-हर्यक वंश के संस्थापक
बिम्बिसार के समय में मगध की राजधानी राजगृह थी। इसे गिरिव्रज के नाम से भी जाना जाता है। जैन
ग्रंथ विविधतीर्थकल्प के अनुसार राजगृह नगर पांच पहाड़ियों
-विपुलगिरि, रत्नागिरि, उदयगिरि, सोनागिरि तथा
वैभारगिरि के बीच बसा हुआ था। विख्यात
शिल्पी महागोविंद ने यहां पर नगर निर्माण की योजना बनाई थी।
2. मगध का कौन-सा शासक बुद्ध का समकालीन था?
(A) चंद्रगुप्त मौर्य
(B) अजातशत्रु
(C) बिम्बिसार
(D) महापदम नंद
R.R.B. गोरखपुर (T.C.) परीक्षा, 2008
उत्तर-(C)
व्याख्या-बिम्बिसार मगध में हर्यक
वंश का प्रथम शासक था। यह महात्मा बुद्ध का समकालीन था। इसने भगवान बुद्ध के निवास के लिए
बेलुवन नामक विहार का निर्माण भी करवाया था।
3. पंचमार्क सिक्का कहां चलता था?
(A) वैदिक काल
(B) हड़प्पा काल
(C) मौर्य काल
(D) उत्तर वैदिक काल
R.R.B. रांची (E.C.R.C.) परीक्षा, 2007
उत्तर-(C)
व्याख्या-पंचमार्क सिक्के का प्रचलन
छठीं शताब्दी ईसा पूर्व में हुआ
था। इसका प्रयोग मौर्य काल में व्यापक स्तर
पर होता था।
4. सिक्कों के अध्ययन को यह कहते हैं-
(A) आर्कियोलॉजी
(B) हिस्टोरियोग्राफी
(C) न्युमिसमेटिक्स
(D) एपीग्राफी
R.R.B. चंडीगढ़ (C.A./T.A./A.S.M./G.G.)
परीक्षा, 2012
उत्तर-(C)
व्याख्या-सिक्कों के अध्ययन को 'न्युमिसमेटिक्स' कहा जाता है। अभिलेखों
के अध्ययन को 'एपीग्राफी' कहा जाता है। आर्कियोलॉजी
पुरातत्व अध्ययन को कहते हैं जबकि
हिस्टोरियोग्राफी किसी विषय विशेष के इतिहास का सारांश है।
5. शिशुनाग ने अपनी राजधानी कहां बनाई थी?
(A) मुर्शिदाबाद
(B) पाटलिपुत्र
(C) वैशाली
(D) मुंगेर
R.R.C. महेन्द्रूघाट (T.C./C.C./J.C.) परीक्षा, 2007
उत्तर-(C)
व्याख्या-शिशुनाग ने अवन्ति एवं
वत्सराज को जीतकर मगध साम्राज्य
में मिलाया, इसके बाद इसने वैशाली को अपनी
राजधानी बनाया। परंतु कालाशोक ने पुनः पाटलिपुत्र को अपनी राजधानी बनाया।
6. प्राचीन काल में किस जनपद की राजधानी उज्जैन थी?
(A) अवन्ति
(B) कोसल
(C) कौशाम्बी
(D) राजगीर
R.R.B. मालदा (T.C./C.C.) परीक्षा, 2008
उत्तर-(A)
व्याख्या-आधुनिक मालवा का क्षेत्र
ही प्राचीन अवन्ति महाजनपद का क्षेत्र था। यह महाजनपद दो भागों में बंटा था। 1- उत्तरी अवन्ति, 2-दक्षिणी अवन्ति।
उत्तरी अवन्ति, की राजधानी उज्जैन एवं दक्षिणी अवन्ति की राजधानी महिष्मती थी।
7. पटना शहर का पुराना नाम है-
(A) पाटलिपुत्र
(B) कन्नौज
(C) कौशाम्बी
(D) कपिलवस्तु
R.R.B. मालदा (T.C./C.C.) परीक्षा, 2008
उत्तर-(A)
व्याख्या-पटना का पुराना नाम
पाटलिपुत्र था।..
षोडश महाजनपद से मगध के उत्कर्ष तक
ग्रुप-डी (2003 से 2014) के प्रश्न तथ्य रूप में
- प्राचीन भारत में नालंदा और तक्षशिला वहां स्थित बड़े विश्वविद्यालयों के लिए प्रसिद्ध थे।
- वज्जि संघ बहुसंख्यक राजाओं की एक संसद द्वारा शासित था।
- अतीत का मगध राज्य लगभग आधुनिक बिहार के भौगोलिक समरूप था।
- विश्व का पहला गणतंत्र वैशाली लिच्छवियों द्वारा स्थापित किया गया था।
- प्रथम बौद्ध परिषद का आयोजन अजातशत्रु ने राजगीर (राजगृह) में कराया था।
- मौर्य पूर्व काल में वज्जि महाजनपद की राजधानी वैशाली थी।
- पाणिनी द्वारा रचित 'अष्टाध्यायी संस्कृत व्याकरण पर लिखी गई एक प्रसिद्ध पुस्तक है।
- प्रसिद्ध विजेता सिकंदर मेसिडोनिया का शासक था।
- अलेक्जेंडर (सिकंदर) ने पश्चिमोत्तर सीमा (पंजाब) पर विजय प्राप्त की।
- 'अवन्तिका' मध्य प्रदेश के उज्जैन नगर का प्राचीन नाम है।
- तोसाली में प्राचीनकालीन कलिंग की एक महत्त्वपूर्ण बस्ती थी।
- अंगुत्तरनिकाय से सोलह महाजनपदों के बारे में जानकारी मिलती है।
- शिशुनाग वंश का शासक कालाशोक, जिसके समय में वैशाली में द्वितीय बौद्ध संगीति का आयोजन किया गया, उसे 'काकवर्ण' के नाम से भी जाना जाता था।
- हर्यक वंश के शासक अजातशत्रु को 'कुणिक' कहा जाता था।
- नंद वंश ने मगध पर शासन किया।
- बिम्बिसार के शासनकाल में वर्धमान महावीर और गौतम बुद्ध दोनों ने अपने सिद्धान्तों के प्रवचन दिए।
- सिंहासन छीनने के लिए बिंबिसार का वध अजातशत्रु ने किया था।
- उत्तरी बिहार का प्राचीन नाम वज्जि था।
- अंग महाजनपद की राजधानी 'चम्पा' थी।
- भारत में एलेक्जेण्डर की सफलता का कारण था- भारत में केंद्रीय शक्ति का नहीं होना एलेक्जेण्डर के पास बढ़िया किस्म की सेना होना तथा उसे भारत के गद्दार शासकों का सहयोग प्राप्त होना।
- डेरियस ने भारत पर कभी आक्रमण नहीं किया।
- 'पाटलिपुत्र' शहर की नींव उदयन ने रखी थी।
- पोरस ने सिकंदर का विरोध किया था।
- 'कुरु' महाजनपद की राजधानी इन्द्रप्रस्थ थी।
- प्राचीन भारत के अंग महाजनपद में बिहार के मुंगेर और भागलपुर के आधुनिक जिले सम्मिलित है।
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