Important Paryayvachi Shabd (पर्यायवाची शब्द) - Synonym In Hindi
एक सा अर्थ
बताने वाले शब्दों को पर्यायवाची शब्द कहते है । पर्यायवाची शब्द के अर्थों मे और
प्रयोग में कभी कभी अंतर होता है । प्रयोग करते समय इसका उचित ध्यान रखना
चाहिए।ऐसा नही करने से कभी कभी वाक्य ग़लत बन जाते है, क्योंकि पूर्ण पर्यायवाची शब्द भाषा
में बहुत कम होते है । शब्दों में प्रसंग के कारण कुछ भेद हो जाता है । यहाँ कुछ
पर्यायवाची शब्द दिए जा रहे है , उन्हें याद कीजिए ।
पर्यायवाची शब्द ( Paryayvachi Shabd )
1. |
अग्नि |
आग, अनल, पावक, दहन, वह्नि, कृशानु |
2. |
अपमान |
अनादर, अवज्ञा, अवहेलना, अवमान,
तिरस्कार |
3. |
अलंकार |
आभूषण, भूषण, विभूषण, गहना, जेवर |
4. |
अहंकार |
दंभ, गर्व, अभिमान, दर्प, मद, घमंड, मान |
5. |
अमृत |
सुधा, अमिय, पीयूष, सोम, मधु, अमी |
6. |
असुर |
दैत्य, दानव, राक्षस, निशाचर,
रजनीचर, दनुज, रात्रिचर,
तमचर |
7. |
अतिथि |
मेहमान, अभ्यागत, आगन्तुक, पाहूना |
8. |
अनुपम |
अपूर्व, अतुल, अनोखा, अदभुत, अनन्य |
9. |
अर्थ |
धन्, द्रव्य, मुद्रा, दौलत,
वित्त, पैसा |
10. |
अश्व |
हय, तुरंग, घोड़ा, घोटक, हरि, बाजि, सैन्धव |
11. |
अंधकार |
तम, तिमिर, तमिस्र, अँधेरा,
तमस, अंधियारा |
12. |
आम |
रसाल, आम्र, सौरभ, मादक, अमृतफल, सहुकार |
13. |
आग |
अग्नि, अनल, हुतासन, पावक, दहन, ज्वलन, धूमकेतु,
कृशानु, वहनि, शिखी,
वह्नि |
14. |
आँख |
लोचन, नयन, नेत्र, चक्षु, दृग, विलोचन, दृष्टि,
अक्षि |
15. |
आकाश |
नभ, गगन, अम्बर, व्योम, अनन्त, आसमान, अंतरिक्ष,
शून्य, अर्श |
16. |
आनंद |
हर्ष, सुख, आमोद, मोद, प्रमोद, उल्लास |
17. |
आश्रम |
कुटी, विहार, मठ, संघ, अखाडा |
18. |
आंसू |
नेत्रजल, नयनजल, चक्षुजल, अश्रु |
19. |
आत्मा |
जीव, देव, चैतन्य, चेतनतत्तव,
अंतःकरण |
20. |
इच्छा |
अभिलाषा, अभिप्राय, चाह, कामना,
लालसा, मनोरथ, आकांक्षा,
अभीष्ट |
21. |
इन्द्र |
सुरेश, सुरेन्द्र, देवेन्द्र, सुरपति,
शक्र, पुरंदर, देवराज,
महेन्द्र, मधवा, शचीपति,
मेघवाहन, पुरुहूत,यासव |
22. |
इन्द्राणि |
इन्द्रवधू, मधवानी, शची, शतावरी,
पोलोमी |
23. |
ईश्वर |
परमात्मा, प्रभु, ईश, जगदीश, भगवान, परमेश्वर, जगदीश्वर,
विधाता |
24. |
उपवन |
बाग़, बगीचा, उद्यान, वाटिका,
गुलशन |
25. |
उक्ति |
कथन, वचन, सूक्ति |
26. |
उग्र |
प्रचण्ड, उत्कट, तेज, महादेव, तीव्र, विकट |
27. |
उचित |
ठीक, मुनासिब, वाज़िब, समुचित,
युक्तिसंगत, न्यायसंगत, तर्कसंगत, योग्य |
28. |
उच्छृंखल |
उद्दंड, अक्खड़, आवारा, अंडबंड,
निरकुंश, मनमर्जी, स्वेच्छाचारी |
29. |
उजड्ड |
अशिष्ट, असभ्य, गँवार, जंगली,
देहाती, उद्दंड, निरकुंश |
30. |
उजला |
उज्ज्वल, श्वेत, सफ़ेद, धवल |
31. |
उजाड |
जंगल, बियावान, वन |
32. |
उजाला |
प्रकाश, रोशनी, चाँदनी |
33. |
उत्कष |
समृद्धि, उन्नति, प्रगति, प्रशंसा,
बढ़ती, उठान |
34. |
उत्कृष्ट |
उत्तम, उन्नत, श्रेष्ठ, अच्छा,
बढ़िया, उम्दा |
35. |
उत्कोच |
घूस, रिश्वत |
36. |
उत्पति |
उद्गम, पैदाइश, जन्म, उद्भव,
सृष्टि, आविर्भाव, उदय |
37. |
उद्धार |
मुक्ति, छुटकारा, निस्तार, रिहाई |
38. |
उपाय |
युक्ति, साधन, तरकीब, तदबीर, यत्न, प्रयत्न |
39. |
ऊधम |
उपद्रव, उत्पात, धूम, हुल्लड़,
हुड़दंग, धमाचौकड़ी |
40. |
ऐक्य |
एकत्व, एका, एकता, मेल |
41. |
ऐश्वर्य |
समृद्धि, विभूति |
42. |
ओज |
तेज, शक्ति, बल, वीर्य |
43. |
ओंठ |
ओष्ठ, अधर, होठ |
44. |
औचक |
अचानक, यकायक, सहसा |
45. |
औरत |
स्त्री, जोरू, घरनी, घरवाली |
46. |
ऋषि |
मुनि, साधु, यति, संन्यासी,
तत्वज्ञ, तपस्वी |
47. |
कच |
बाल, केश, कुन्तल, चिकुर, अलक, रोम, शिरोरूह |
48. |
कमल |
नलिन, अरविन्द, उत्पल, राजीव,
पद्म, पंकज, नीरज,
सरोज, जलज, जलजात,
शतदल, पुण्डरीक, इन्दीवर |
49. |
कबूतर |
कपोत, रक्तलोचन, पारावत, कलरव,
हारिल |
50. |
कामदेव |
मदन, मनोज, अनंग, काम, रतिपति, पुष्पधन्वा, मन्मथ |
51. |
कण्ठ |
ग्रीवा, गर्दन, गला, शिरोधरा |
52. |
कृपा |
प्रसाद, करुणा, दया, अनुग्रह |
53. |
किताब |
पोथी, ग्रन्थ, पुस्तक |
54. |
किनारा |
तीर, कूल, कगार, तट |
55. |
कपड़ा |
चीर, वसन, पट, अंशु, कर, मयुख, वस्त्र, अम्बर, परिधान |
56. |
किरण |
ज्योति, प्रभा, रश्मि, दीप्ति,
मरीचि |
57. |
किसान |
कृषक, भूमिपुत्र, हलधर, खेतिहर,
अन्नदाता |
58. |
कृष्ण |
राधापति, घनश्याम, वासुदेव, माधव,
मोहन, केशव, गोविन्द,
गिरधारी |
59. |
कान |
कर्ण, श्रुति, श्रुतिपटल, श्रवण,
श्रोत, श्रुतिपुट |
60. |
कोयल |
कोकिला, पिक, काकपाली, बसंतदूत,
सारिका, कुहुकिनी, वनप्रिया |
61. |
क्रोध |
रोष, कोप, अमर्ष, कोह, प्रतिघात |
62. |
कीर्ति |
यश, प्रसिद्धि |
63. |
खग |
पक्षी, द्विज, विहग, नभचर, अण्डज, शकुनि, पखेरू |
64. |
खंभा |
स्तूप, स्तम्भ, खंभ |
65. |
खल |
दुर्जन, दुष्ट, घूर्त, कुटिल |
66. |
खून |
रक्त, लहू, शोणित, रुधिर |
67. |
गज |
हाथी, हस्ती, मतंग, कूम्भा,
मदकल |
68. |
गाय |
गौ, धेनु, सुरभि, भद्रा, रोहिणी |
69. |
गंगा |
देवनदी, मंदाकिनी, भगीरथी, विश्नुपगा,
देवपगा, ध्रुवनंदा, सुरसरिता,
देवनदी, जाह्नवी,त्रिपथगा |
70. |
गणेश |
विनायक, गजानन, गौरीनंदन, गणपति,
गणनायक, शंकरसुवन, लम्बोदर,
महाकाय, एकदन्त |
71. |
गृह |
घर, सदन, गेह, भवन, धाम, निकेतन, निवास, आलय, आवास, निलय, मंदिर |
72. |
गर्मी |
ताप, ग्रीष्म, ऊष्मा, गरमी,
निदाघ |
73. |
गुरु |
शिक्षक, आचार्य, उपाध्याय |
74. |
घट |
घड़ा, कलश, कुम्भ, निप |
75. |
घर |
आलय, आवास, गेह, गृह, निकेतन, निलय, निवास,
भवन, वास, वास-स्थान,
शाला, सदन |
76. |
घृत |
घी, अमृत, नवनीत |
77. |
घास |
तृण, दूर्वा, दूब, कुश, शाद |
78. |
चरण |
पद, पग, पाँव, पैर, पाद |
79. |
चतुर |
विज्ञ, निपुण, नागर, पटु, कुशल, दक्ष, प्रवीण, योग्य |
80. |
चंद्रमा |
चाँद, हिमांशु, इंदु, विधु,
तारापति, चन्द्र, शशि,
हिमकर, राकेश, रजनीश,
निशानाथ, सोम,मयंक,
सारंग, सुधाकर, कलानिधि |
81. |
चाँदनी |
चन्द्रिका, कौमुदी, ज्योत्स्ना, चन्द्रमरीचि,
उजियारी, चन्द्रप्रभा, जुन्हाई |
82. |
चाँदी |
रजत, सौध, रूपा, रूपक, रौप्य, चन्द्रहास |
83. |
चोटी |
मूर्धा, शीश, सानु, शृंग |
84. |
छतरी |
छत्र, छाता, छत्ता |
85. |
छली |
छलिया, कपटी, धोखेबाज |
86. |
छवि |
शोभा, सौंदर्य, कान्ति, प्रभा |
87. |
छानबीन |
जाँच, पूछताछ, खोज, अन्वेषण,
शोध, गवेषण |
88. |
छैला |
सजीला, बाँका, शौकीन |
89. |
छोर |
नोक, कोर, किनारा, सिरा |
90. |
जल |
अमृत, सलिल, वारि, नीर, तोय, अम्बु, उदक, पानी, जीवन, पय, पेय |
91. |
जगत |
संसार, विश्व, जग, जगती, भव, दुनिया, लोक, भुवन |
92. |
जीभ |
रसना, रसज्ञा, जिह्वा, रसिका,
वाणी, वाचा, जबान |
93. |
जंगल |
विपिन, कानन, वन, अरण्य, गहन, कांतार, बीहड़, विटप |
94. |
जेवर |
गहना, अलंकार, भूषण, आभरण, मंडल |
95. |
ज्योति |
आभा, छवि, द्युति, दीप्ति,
प्रभा, भा, रुचि,
रोचि |
96. |
झूठ |
असत्य, मिथ्या, मृषा, अनृत |
97. |
टक्कर |
मुठभेड़, लड़ाई, मुकाबला |
98. |
टहलुआ |
नौकर, सेवक, खिदमतगार |
99. |
टाँग |
पाँव, पैर, टंक |
100. |
टीका |
तिलक, चिह्न, दाग, धब्बा |
101. |
टोना |
टोटका, जादू, यंत्रमंत्र, लटका |
102. |
ठंढ |
ठंड, शीत, सरदी |
103. |
ठग |
छली, धूर्त, धोखेबाज |
104. |
ठाँव |
स्थान, जगह, ठिकाना |
105. |
ठिंगना |
बौना, वामन, नाटा |
106. |
ठीक |
उपयुक्त, उचित, मुनासिब |
107. |
ठेठ |
निपट, निरा, बिल्कुल |
108. |
डंडा |
सोंटा, छड़ी, लाठी |
109. |
डाली |
भेंट, उपहार |
110. |
ढब |
ढंग, रीति, तरीका, ढर्रा |
111. |
ढाँचा |
पंजर, ठठरी |
112. |
ढील |
शिथिलता, सुस्ती, अतत्परता |
113. |
ढूँढ |
खोज, तलाश, छानबीन |
114. |
ढोर |
चौपाया, मवेशी |
115. |
तरुवर |
वृक्ष, पेड़, द्रुम, तरु, विटप, रूंख, पादप |
116. |
तलवार |
असि, कृपाण, करवाल, खड्ग, चन्द्रहास |
117. |
तालाब |
सरोवर, जलाशय, सर, पुष्कर, पोखरा, जलवान, सरसी, तड़ाग |
118. |
तीर |
शर, बाण, विशिख, शिलीमुख,
अनी, सायक |
119. |
थोड़ा |
अल्प, न्यून, जरा, कम |
120. |
थाती |
जमापूँजी, धरोहर, अमानत |
121. |
थाक |
ढेर, समूह |
122. |
थप्पड़ |
तमाचा, झापड़ |
123. |
थंभ |
खंभ, खंभा, स्तम्भ |
124. |
दास |
सेवक, नौकर, चाकर, परिचारक,
अनुचर, भृत्य, किंकर |
125. |
दधि |
दही, गोरस, मट्ठा, तक्र |
126. |
दरिद्र |
निर्धन, ग़रीब, रंक, कंगाल, दीन |
127. |
दिन |
दिवस, याम, दिवा, वार, प्रमान, वासर, अह्न |
128. |
दीन |
ग़रीब, दरिद्र, रंक, अकिंचन,
निर्धन, कंगाल |
129. |
दीपक |
दीप, दीया, प्रदीप |
130. |
दुःख |
पीड़ा,कष्ट, व्यथा, वेदना, संताप, शोक, खेद, पीर, लेश |
131. |
दूध |
दुग्ध, क्षीर, पय, गौरस, स्तन्य |
132. |
दुष्ट |
पापी, नीच, दुर्जन, अधम, खल, पामर |
133. |
दाँत |
दशन, रदन, रद, द्विज, दन्त, मुखखुर |
134. |
दर्पण |
शीशा, आरसी, आईना, मुकुर |
135. |
दुर्गा |
चंडिका, भवानी, कुमारी, कल्याणी,
महागौरी, कालिका, शिवा,
चण्डी, चामुण्डा |
136. |
देवता |
सुर, देव, अमर, वसु, आदित्य, लेख, अजर, विबुध |
137. |
देह |
काया, तन, शरीर, वपु, गात |
138. |
धन |
दौलत, संपत्ति, सम्पदा, वित्त |
139. |
धरती |
धरा, धरती, वसुधा, ज़मीन, पृथ्वी, भू, भूमि, धरणी, वसुंधरा, अचला,
मही, रत्नवती, रत्नगर्भा |
140. |
धनुष |
चाप्, शरासन, कमान, कोदंड, धनु |
141. |
नदी |
सरिता, तटिनी, सरि, सारंग, जयमाला, तरंगिणी, दरिया,
निर्झरिणी |
142. |
नया |
नूतन, नव, नवीन, नव्य |
143. |
नाव |
नौका, तरणी, तरी |
144. |
पवन |
वायु, हवा, समीर, वात, मारुत, अनिल, पवमान, समीरण, स्पर्शन |
145. |
पहाड़ |
पर्वत, गिरि, अचल, शैल, धरणीधर, धराधर, नग, भूधर, महीधर |
146. |
पक्षी |
खेचर, दविज, पतंग, पंछी, खग, चिडिया, गगनचर, पखेरू, विहंग, नभचर |
147. |
पति |
स्वामी, प्राणाधार, प्राणप्रिय, प्राणेश,
आर्यपुत्र |
148. |
पत्नी |
भार्या, वधू, वामा, अर्धांगिनी,
सहधर्मिणी, गृहणी, बहु,
वनिता, दारा, जोरू,
वामांगिनी |
149. |
पुत्र |
बेटा, आत्मज, सुत, वत्स, तनुज, तनय, नंदन |
150. |
पुत्री |
बेटी, आत्मजा, तनूजा, सुता,
तनया |
151. |
पुष्प |
फूल, सुमन, कुसुम, मंजरी, प्रसून, पुहुप |
152. |
फूल |
पुष्प, सुमन, कुसुम, गुल, प्रसून |
153. |
बादल |
मेघ, घन, जलधर, जलद, वारिद, नीरद, सारंग, पयोद, पयोधर |
154. |
बालू |
रेत, बालुका, सैकत |
155. |
बन्दर |
वानर, कपि, कपीश, हरि |
156. |
बिजली |
घनप्रिया, इन्द्र्वज्र, चंचला, सौदामनी,
चपला, दामिनी, ताडित,
विद्युत |
157. |
बगीचा |
बाग़, वाटिका, उपवन, उद्यान,
फुलवारी, बगिया |
158. |
बाण |
सर, तीर, सायक, विशिख, शिलीमुख, नाराच |
159. |
बाल |
कच, केश, चिकुर, चूल |
160. |
ब्रह्मा |
विधि, विधाता, स्वयंभू, प्रजापति,
पितामह, चतुरानन, विरंचि,
अज, कर्तार, कमलासन,
नाभिजन्म, हिरण्यगर्भ |
161. |
बलदेव |
बलराम, बलभद्र, हलायुध, राम,
मूसली, रोहिणेय, संकर्षण |
162. |
बहुत |
अनेक, अतीव, अति, बहुल, प्रचुर, अपरिमित, प्रभूत,
अपार, अमित, अत्यन्त,
असंख्य |
163. |
ब्राह्मण |
द्विज, भूदेव, विप्र, महीदेव,
भूमिसुर, भूमिदेव |
164. |
भय |
भीति, डर, विभीषिका |
165. |
भाई |
तात, अनुज, अग्रज, भ्राता,
भ्रातृ |
166. |
भूषण |
जेवर, गहना, आभूषण, अलंकार |
167. |
भौंरा |
मधुप, मधुकर, द्विरेप, अलि,
षट्पद, भृंग, भ्रमर |
168. |
मनुष्य |
आदमी, नर, मानव, मानुष, मनुज |
169. |
मदिरा |
शराब, हाला, आसव, मधु, मद |
170. |
मोर |
केक, कलापी, नीलकंठ, नर्तकप्रिय |
171. |
मधु |
शहद, रसा, कुसुमासव |
172. |
मृग |
हिरण, सारंग, कृष्णसार |
173. |
मछली |
मीन, मत्स्य, जलजीवन, शफरी,
मकर |
174. |
माता |
जननी, माँ, अंबा, जनयत्री, अम्मा |
175. |
मित्र |
सखा, सहचर, साथी, दोस्त |
176. |
यम |
सूर्यपुत्र, जीवितेश, श्राद्धदेव, कृतांत,
अन्तक, धर्मराज, दण्डधर,
कीनाश, यमराज |
177. |
यमुना |
कालिन्दी, सूर्यसुता, रवितनया, तरणि-तनूजा,
तरणिजा, अर्कजा, भानुजा |
178. |
युवति |
युवती, सुन्दरी, श्यामा, किशोरी,
तरुणी, नवयौवना |
179. |
रमा |
इन्दिरा, हरिप्रिया, श्री, लक्ष्मी,
कमला, पद्मा, पद्मासना,
समुद्रजा, श्रीभार्गवी, क्षीरोदतनया |
180. |
रात |
रात्रि, रैन, रजनी, निशा, यामिनी, तमी, निशि, यामा, विभावरी |
181. |
राजा |
नृप, नृपति, भूपति, नरपति,
नृप, भूप, भूपाल,
नरेश, महीपति, अवनीपति |
182. |
रात्रि |
निशा, क्षया, रैन, रात, यामिनी, शर्वरी, तमस्विनी,
विभावरी |
183. |
रामचन्द्र |
अवधेश, सीतापति, राघव, रघुपति,
रघुवर, रघुनाथ, रघुराज,
रघुवीर, रावणारि, जानकीवल्लभ,
कमलेन्द्र, कौशल्यानन्दन |
184. |
रावण |
दशानन, लंकेश, लंकापति, दशशीश,
दशकंध, दैत्येन्द्र |
185. |
राधिका |
राधा, ब्रजरानी, हरिप्रिया, वृषभानुजा |
186. |
लड़का |
बालक, शिशु, सुत, किशोर, कुमार |
187. |
लड़की |
बालिका, कुमारी, सुता, किशोरी,
बाला, कन्या |
188. |
लक्ष्मी |
कमला, पद्मा, रमा, हरिप्रिया,
श्री, इंदिरा, पद्मजा,
सिन्धुसुता, कमलासना |
189. |
लक्ष्मण |
लखन, शेषावतार, सौमित्र, रामानुज,
शेष |
190. |
लौह |
अयस, लोहा, सार |
191. |
लता |
बल्लरी, बल्ली, बेली |
192. |
वायु |
हवा, पवन, समीर, अनिल, वात, मारुत |
193. |
वसन |
अम्बर, वस्त्र, परिधान, पट, चीर |
194. |
विधवा |
अनाथा, पतिहीना, राँड़ |
195. |
विष |
ज़हर, हलाहल, गरल, कालकूट |
196. |
वृक्ष |
पेड़, पादप, विटप, तरू, गाछ, दरख्त, शाखी, विटप, द्रुम |
197. |
विष्णु |
नारायण, दामोदर, पीताम्बर, चक्रपाणी |
198. |
विश्व |
जगत, जग, भव, संसार, लोक, दुनिया |
199. |
विद्युत |
चपला, चंचला, दामिनी, सौदामिनी,
तड़ित, बीजुरी, घनवल्ली,
क्षणप्रभा, करका |
200. |
वारिश |
वर्षण, वृष्टि, वर्षा, पावस,
बरसात |
201. |
वीर्य |
जीवन, सार, तेज, शुक्र, बीज |
202. |
वज्र |
कुलिस, पवि, अशनि, दभोलि |
203. |
विशाल |
विराट, दीर्घ, वृहत, बड़ा, महा, महान |
204. |
शिव |
भोलेनाथ, शम्भू, त्रिलोचन, महादेव,
नीलकंठ, शंकर |
205. |
शरीर |
देह, तनु, काया, कलेवर, अंग, गात |
206. |
शत्रु |
रिपु, दुश्मन, अमित्र, वैरी,
अरि, विपक्षी, अराति |
207. |
शिक्षक |
गुरु, अध्यापक, आचार्य, उपाध्याय |
208. |
शेर |
केहरि, केशरी, वनराज, सिंह, शार्दूल, हरि, मृगराज |
209. |
शेषनाग |
अहि, नाग, भुजंग, व्याल, उरग, पन्नग, फणीश, सारंग |
210. |
शुभ्र |
गौर, श्वेत, अमल, वलक्ष, शुक्ल, अवदात |
211. |
शहद |
पुष्परस, मधु, आसव, रस, मकरन्द |
212. |
षंड |
हीजड़ा, नपुंसक, नामर्द |
213. |
षडानन |
षटमुख, कार्तिकेय, षाण्मातुर |
214. |
सीता |
वैदेही, जानकी, भूमिजा, जनकतनया,
जनकनन्दिनी, रामप्रिया |
215. |
साँप |
अहि, भुजंग, ब्याल, सर्प, नाग, विषधर, उरग, पवनासन |
216. |
सूर्य |
रवि, सूरज, दिनकर, प्रभाकर,
आदित्य, दिनेश, भास्कर,
दिनकर, दिवाकर, भानु,
अर्क, तरणि,पतंग,
आदित्य, सविता, हंस,
अंशुमाली, मार्तण्ड |
217. |
सोना |
स्वर्ण, कंचन, कनक, हेम, कुंदन |
218. |
सिंह |
केसरी, शेर, महावीर, हरि, मृगपति, वनराज, शार्दूल,
नाहर, सारंग, मृगराज |
219. |
समुद्र |
सागर, पयोधि, उदधि, पारावार,
नदीश, जलधि, सिंधु,
रत्नाकर, वारिधि |
220. |
सम |
सर्व, समस्त, सम्पूर्ण, पूर्ण,
समग्र, अखिल, निखिल |
221. |
समीप |
सन्निकट, आसन्न, निकट, पास |
222. |
समूह |
दल, झुंड, समुदाय, टोली, जत्था, मण्डली, वृंद,
गण, पुंज, संघ,
समुच्चय |
223. |
सभा |
अधिवेशन, संगीति, परिषद, बैठक,
महासभा |
224. |
सुन्दर |
कलित, ललाम, मंजुल, रुचिर, चारु, रम्य, मनोहर, सुहावना, चित्ताकर्षक, रमणीक,
कमनीय, उत्कृष्ट, उत्तम,
सुरम्य |
225. |
सन्ध्या |
सायंकाल, शाम, साँझ, प्रदोषकाल,
गोधूलि |
226. |
स्त्री |
सुन्दरी, कान्ता, कलत्र, वनिता,
नारी, महिला, अबला,
ललना, औरत, कामिनी,
रमणी |
227. |
सुगंधि |
सौरभ, सुरभि, महक, खुशबू |
228. |
स्वर्ग |
सुरलोक, देवलोक, दिव्यधाम, ब्रह्मधाम,
द्यौ, परमधाम, त्रिदिव,
दयुलोक |
229. |
स्वर्ण |
सुवर्ण, कंचन, हेन, हारक, जातरूप, सोना, तामरस,
हिरण्य |
230. |
सरस्वती |
गिरा, शारदा, भारती, वीणापाणि,
विमला, वागीश, वागेश्वरी |
231. |
सहेली |
आली, सखी, सहचरी, सजनी, सैरन्ध्री |
232. |
संसार |
लोक, जग, जहान, जगत, विश्व, दुनिया |
233. |
हस्त |
हाथ, कर, पाणि, बाहु, भुजा |
234. |
हिमालय |
हिमगिरी, हिमाचल, गिरिराज, पर्वतराज,
नगेश |
235. |
हिरण |
सुरभी, कुरग, मृग, सारंग, हिरन |
236. |
होंठ |
अक्षर, ओष्ठ, ओंठ |
237. |
हनुमान |
पवनसुत, पवनकुमार, महावीर, रामदूत,
मारुततनय, अंजनीपुत्र, आंजनेय, कपीश्वर, केशरीनंदन,
बजरंगबली, मारुति |
238. |
हिमांशु |
हिमकर, निशाकर, क्षपानाथ, चन्द्रमा,
चन्द्र, निशिपति |
239. |
हंस |
कलकंठ, मराल, सिपपक्ष, मानसौक |
240. |
हृदय |
छाती, वक्ष, वक्षस्थल, हिय,
उर |
241. |
हाथ |
हस्त, कर, पाणि |
242. |
हाथी |
नाग, हस्ती, राज, कुंजर, कूम्भा, मतंग, वारण, गज, द्विप, करी, मदकल |
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